ताइवान की 8 सबसे खूबसूरत जगहें, कोई 300 साल पुरानी तो कोई मॉर्डर्न टेक्नीक की जीती जागती मिसाल
Taiwan Most Beautiful Places: अमेरिकी संसद की स्पीकर नैंसी पेलोसी इन दिनों ताइवान के दौरे पर हैं। हालांकि, नैंसी के इस दौर को लेकर चीन बेहद नाराज है। माना जा रहा है कि नैंसी के इस दौरे से अमेरिका और चीन के रिश्तों में तनाव चरम पर पहुंच चुका है। दरअसल, चीन को पेलोसी का ताइवान आना पसंद नहीं आया है और उसने सैन्य कार्रवाई की धमकी भी दी है। चीन और ताइवान के बीच चल रहा तनाव कभी भी युद्ध में बदल सकता है। ऐसे में हम बता रहे हैं ताइवान की 8 सबसे खूबसूरत जगहों के बारे में, जहां एक बार जरूर जाना चाहिए।
लिबर्टी स्क्वायर
लिबर्टी स्क्वायर को फ्रीडम स्क्वायर भी कहते हैं। यह ताइवान की राजधानी ताइपे में झोंगझेंग जिले में 2.40 लाख वर्गमीटर से ज्यादा क्षेत्र में बना एक सार्वजनिक प्लाजा है। 1970 में बनने के बाद यह ताइपे की सबसे पसंदीदी जगहों में शुमार हो गया। लिबर्टी स्क्वायर ताइपे में सार्वजनिक समारोहों के लिए एक प्रमुख स्थल बन चुका है। लिबर्टी स्क्वायर के पूर्वी छोर पर राष्ट्रीय चियांग काई-शेक मेमोरियल हॉल है। उत्तर में यह नेशनल कॉन्सर्ट हॉल और दक्षिण में नेशनल थिएटर से घिरा है। लिबर्टी प्लाजा के चारों ओर एक पार्क है और साइट के चारों ओर
लोंगेटेंग ब्रिज
लोंगटेंग ब्रिज 1906 में जापानी शासन के दौरान बना था। तब इसका नाम ग्योतोहेई क्यो रखा गया था। इसे अमेरिकी सिविल इंजीनियरों थियोडोर कूपर और श्नाइडर ने बनाया था। हालांकि, अप्रैल 1935 में आए भूकंप की वजह से इसका ज्यादातर हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया। लोंगटेंग ब्रिज के पश्चिम में 80 मीटर की दूरी पर 1938 में एक नया लोहे का पुल बनाया गया था। इसके बाद पुराने पुल को ढहा दिया गया था। अब इसके अवशेष ही बचे हैं।
फो गुआंग शान मठ
फो गुआंग शान मठ ताइवान का सबसे बड़ा बौद्ध मठ है, जिसमें दस मंदिर और दो कोलाज हैं। यहां स्कूल और ध्यान कक्षों के अलावा सुंदर गार्डन लोगों का मन मोह लेते हैं। करीब 55 एकड़ में बना यह मठ शांति तलाशने वालों के लिए बेहतरीन जगह है। यह मठ 1967 में शिंग यून ने बनवाया था। इस मंदिर की शाखाएं दुनियाभर के 173 देशों में हैं। यहां बौद्ध विश्वविद्यालय भी है, जहां बच्चों को धर्म के बारे में पढ़ाया जाता है।
फोर्ट सैन डोमिंगो
फोर्ट सैन डोमिंगो को स्पेनिश लोगों ने 1629 में बनाया था। अब इसे एक संग्रहालय के रूप में इस्तेमाल किया जाता है। ताइवान के जिनबेई में स्थित इस किले का पुनर्निमाण डच और अंग्रेजों ने करवाया था। इस किले के पास दांशुई नदी को देखकर मन प्रसन्न हो जाता है।
फोर्ट जीलैंडिया
फोर्ट जीलैंडिया ताइनान के समुद्र तट के दक्षिणी क्षेत्र में बनाया गया था। इसे डच ईस्ट इंडिया कंपनी ने 1624 से 1634 के बीच बनवाया था। इस किले में एक इनर और एक आउटर फोर्ट है। भीतरी किला चौकोर और तीन लेयर से बना है। वहीं, बाहरी किले में सिर्फ दीवारें हैं। इस किले को देखने दूर-दूर से विदेशी पर्यटक आते हैं।
शिंचू सिटी चेंघुआंग मंदिर
इस मंदिर को टंगनिंग साम्राज्य के समय में बनाया गया था। यह शहर भगवान चेंग हुआंग ये को समर्पित है, जो चीनी धर्म में हर एक शख्स के अच्छे और बुरे कर्मों का रिकॉर्ड रखने के लिए जाने जाते हैं। इस मंदिर में मंदिर में छह हॉल हैं, जिनमें से प्रत्येक का अपना मतलब है। हॉल के नाम “बेल एंड ड्रम टॉवर”, “मेन हॉल”, “बैक हॉल”, “होरेनजी”, “संचुआन हॉल” और “प्रोटेक्शन रूम” हैं।
मेंग्जिया लोंगशान टेंपल
ताइवान की राजधानी ताइपे में स्थित मेंगिया लोंगशान यहां का सबसे प्राचीन मंदिर है। यह 1738 में बनाया गया था। यह मंदिर मूल रूप से किंग राजवंश के दौरान बनाया गया था और इसकी रंगीन दीवारें और सोने की छत ताइवान शास्त्रीय वास्तुकला को दिखाती हैं। इस मंदिर में बौद्ध, मत्सु और ताओवादी ने एक साथ पूजा करते हैं।
कन्फ्यूशियस मंदिर
कन्फ्यूशियस मंदिर बौद्ध धर्म की शिक्षा और उसके प्रचार-प्रसार के लिए बनाया गया था। यह मंदिर करीब 300 साल पुराना है। अब यह मंदिर विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन स्थल भी है। इसके अलावा यह ताइवान के स्थानीय लोगों के साथ ही विदेशी पर्यटकों के लिए सबसे पॉपुलर जगहों में से एक है।
Credit:-Asianetnews Hindi