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US Fed Rate Cut: अमेरिकी फेडरल रिजर्व ने ब्याज दरों में की 50 बेसिस प्वाइंट की कटौती

फेड मीटिंग में ब्याज दरों पर ये निर्णय हो सकते हैं, Indian Market होंगे प्रभावित, जानिए फेड मीटिंग से पहले सारे खास पहलू

FED Meeting:18 सितंबर 2024 को फेडरल कमेटी की मीटिंग (FOMC) होने वाली है, जिसमें उमीद की जा रही है कि फाइनेंशियल इंस्टिट्यूशंस के साथ साथ निवेशकों के हितों का

फेडरल ओपन मार्केट कमेटी की 18 सितंबर 2024, मंगलवार को होने वाली बैठक (Fed Meeting‌) अमेरिका बाज़ारों के साथ साथ भारत सहित दुनिया भर बाजारों के लिए भी महत्वपूर्ण होगी.

भारतीय बाजार फेड मीटिंग से रेट कट की कुछ उम्मीदें लगाए हुए हैं, इसीलिए गुरुवार को निफ्टी डेढ़ घंटे में 433 अंक शूट अप कर गया और इस तेज़ी का रुझान बना हुआ है. कई जियो पोलिटिकल घटनाओं के बावजूद भारतीय बाजारों ने सपोर्ट लेवल पर मजबूती दिखाई है. 18 सितंबर 2024 को फेडरल कमेटी की मीटिंग (FOMC) होने वाली है, जिसमें उमीद की जा रही है कि फाइनेंशियल इंस्टिट्यूशंस के साथ साथ निवेशकों के हितों का ध्यान रखा जाएगा और रेट कट में राहत दी जाएगी.

इस फेड मीटिंग पर निवेशक, अर्थशास्त्री और नीति निर्माता की पैनी नज़र हैं. निवेशकों को उम्मीद है कि फेडरल ओपन मार्केट कमेटी (FOMC) 17-18 सितंबर को होने वाली अपनी आगामी बैठक में 2020 के बाद पहली बार ब्याज दरों में कटौती करेगी, लेकिन शायद अभी पुनर्वित्त की ओर न बढ़ें, क्योंकि दरों में कटौती अभी मामूली रहने की संभावना है.

फेड पिछले एक साल से अमेरिकी अर्थव्यवस्था के लिए “सॉफ्ट लैंडिंग” पर बातचीत करने की कोशिश कर रहा है, जिसमें रिसेशन को ट्रिगर किए बिना मुद्रास्फीति लगभग 2% तक गिर गई. महंगाई के सही दिशा में बढ़ने की आशा के कारण एसएंडपी 500 ने इस साल अब तक 16.5% की बढ़त हासिल की है, लेकिन हाल के महीनों में लेबर मार्केट के आंकड़ों में कुछ चिंता दिखाई दी है. ये आंकड़े इशारा करते हैं कि महंगाई के साथ फेड की लड़ाई अर्थव्यवस्था पर भारी पड़ सकती है.

रेट कट करने में क्या फेड आक्रमक होगा?

अब जबकि रेट कट करने के कुछ स्पष्ट संकेत मिल रहे हैं, सवाल यह है कि फेड रेट कट में कितनी एग्रेसिव अप्रोच दिखाएगा? माना जा रहा है कि एफओएमसी संभवतः फेड फंड टारगेट रेंज को 25 बेसिस पॉइंट्स (बीपीएस) से घटाकर 5% से 5.25% के बीच करने का विकल्प चुनेगा.

सीएमई ग्रुप के अनुसार, बॉन्ड मार्केट में 67% संभावना है कि फेड सितंबर में ब्याज दरों में 25 बीपीएस की कटौती करेगा और 33% संभावना है कि वह दरों में 50 बीपीएस की कटौती करेगा। 5.25% और 5.50% के बीच की वर्तमान फेड फंड टारगेट रेंज 23 साल के हाईएस्ट लेवल को दर्शाती है और जुलाई 2023 से इसे एडजस्ट नहीं किया गया है.

बॉन्ड मार्केट भी 73.9% संभावना पर वैल्यूएशन कर रहा है कि फेड 2024 के अंत तक कम से कम 1.00% की दरों में कटौती करेगा. अगर ऐसा हुआ तो अगले तीन महीनों में 1.00% की दर में कटौती पिछले वर्ष की स्थिरता की तुलना में एक तीव्र आर्थिक बदलाव होगा.

फेड की नज़रें अन्य बदलाव पर भी हैं

उम्मीद है कि फेडरल रिजर्व हर महीने ट्रेजरी सिक्योरिटीज में $25 बिलियन और एजेंसी मॉर्गेज-बैक्ड सिक्योरिटीज (MBS) में $35 बिलियन तक की मैच्योरिटी और बैलेंस शीट से रोल आउट करने की अनुमति जारी रख सकता है. फेडरल रिजर्व की बैलेंस शीट मई 2022 में $8.9 ट्रिलियन के रिकॉर्ड हाई लेवल से गिरकर सितंबर में लगभग $7.1 ट्रिलियन पर आ गई है, लेकिन यह फरवरी 2020 के अंत में महामारी से पहले के $4.1 ट्रिलियन के साइज़ से काफी ऊपर है.

FOMC अपने लॉन्ग टर्म अमेरिकी इकोनोमिक ग्रोथ प्रोजेक्शन को भी अपडेट करेगा, जिसमें जीडीपी (GDP) वृद्धि, बेरोज़गारी दर, ब्याज दरें और मुद्रास्फीति के पूर्वानुमान शामिल हैं. जून में फेड के सबसे हालिया आर्थिक अनुमानों में 2024 में 2.1% की अमेरिकी जीडीपी वृद्धि, 4% की बेरोज़गारी दर और वर्ष के अंत तक केवल एक ब्याज दर में कटौती की बात कही गई थी. फेड ने मुद्रास्फीति के अपने पसंदीदा उपाय, कोर पर्सनल कंजम्पशन एक्सपेंडिचर (PCE) प्राइस इंडेक्स के लिए अपने 2024 के ग्रोथ के पूर्वानुमान को 2.6% से बढ़ाकर 2.8% कर दिया.

इसी साल जून में 19 FOMC सदस्यों में से केवल आठ ने प्रोजेक्शन दिया था कि फेड वर्ष के अंत तक दरों में 50 बेसिस पॉइंट या उससे अधिक की कटौती करेगा, लेकिन हाल के महीनों में उन उम्मीदों में बदलाव की संभावना है. निवेशक 2024 में दरों में कटौती की अनुमानित गति और FOMC द्वारा 2025 में ब्याज दरों में कितनी गिरावट देखी जाती है, इस पर बारीकी से नज़र रखेंगे.

कैसे काम करता है FOMC

FOMC फेडरल रिजर्व सिस्टम की मॉनिटरी पॉलिसी बनाने की ब्रांच के रूप में कार्य करता है और इसके निर्णयों का अमेरिकी अर्थव्यवस्था पर दूरगामी प्रभाव पड़ता है. वर्ष में आठ बार मीटिंग्स और कभी-कभी समय की मांग होने पर इससे भी अधिक बैठकें करके FOMC देश की ब्याज दरों और अन्य फाइनेंशियल पॉलिसी पर विचार-विमर्श करता है. ये निर्णय बचत खाते पर मिलने वाली दरों से लेकर होम और बिज़नेस के लिए कर्ज़ लेने की लागत तक हर चीज को प्रभावित करते हैं, इसलिए एफओएमसी की हर बात गंभीरता से सुनी जाती है.

फेडरल ओपन मार्केट कमेटी (एफओएमसी) ने जून 2024 में अपनी सबसे हालिया बैठक के साथ-साथ सितंबर से पहले की बैठक के दौरान ब्याज दरों को स्थिर रखा था. फेड ने संकेत दिया था कि निकट भविष्य में ब्याज दरों पर रोक लगाई जा सकती है, लेकिन वे बदलती आर्थिक स्थितियों पर नजर रखेंगे.

थोड़ा पीछे जाएं तो एफओएमसी ने जुलाई 2023 की बैठक में ब्याज दरें बढ़ाकर 5.25%-5.50% कर दी थीं, जिससे उच्च मुद्रास्फीति पर अंकुश लगाने के उद्देश्य से इस चक्र में 11 बार दरों में बढ़ोतरी हुई.

फेड बैंक फेलियर का रिस्क, शेयर बाजार की वोलैटिलिटी, mortgage rates और वैश्विक आर्थिक अनिश्चितता के कारण अधिक ब्याज दरों में वृद्धि के बारे में चिंतित हैं.

फेड बैठक में क्या होता है?

फेडरल ओपन मार्केट कमेटी (एफओएमसी) संयुक्त राज्य अमेरिका के केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व सिस्टम की मॉनिटरिंग पॉलिसी बनाने वाली संस्था है. एफओएमसी वर्ष के दौरान आठ नियमित रूप से निर्धारित बैठकें आयोजित करता है और आपातकालीन अल्पकालिक ब्याज दरों को निर्धारित करने या अन्य नीतिगत उपकरणों को लागू करने के लिए आवश्यकतानुसार अन्य बैठकें भी आयोजित कर सकता है.

FOMC में 12 सदस्य होते हैं: फेडरल रिजर्व सिस्टम के बोर्ड ऑफ गवर्नर्स के सात सदस्य, फेडरल रिजर्व बैंक ऑफ न्यूयॉर्क के प्रेसिडेंट और शेष 11 रिजर्व बैंक प्रेसिडेंट में से चार, जो एक वर्ष के रोटेशन पर कार्य करते हैं, प्रत्येक FOMC बैठक में सदस्य आर्थिक और वित्तीय स्थितियों की समीक्षा करते हैं, मॉनिटरिंग पॉलिसी का उचित रुख निर्धारित करते हैं और मूल्य स्थिरता और सतत आर्थिक विकास के दीर्घकालिक लक्ष्यों के जोखिमों का आकलन करते हैं.

एफओएमसी प्रत्येक बैठक के बाद एक बयान जारी करता है जो अर्थव्यवस्था और उसके नीतिगत निर्णयों के मूल्यांकन का सारांश प्रस्तुत करता है. बयान में एक कार्यान्वयन नोट भी शामिल है जो नीतिगत निर्णय कैसे लागू किया जाएगा, इसका पूरा विवरण देता है.

एफओएमसी साल में चार बार अपने आर्थिक अनुमानों का सारांश (एसईपी) याने समरी ऑफ इकोनॉमिक प्रोजेक्शन भी प्रकाशित करता है, जिसमें अगले तीन वर्षों में प्रमुख आर्थिक चरण के लिए सदस्यों के पूर्वानुमान और संघीय निधि दर के उचित पथ पर उनके विचार दिखाए जाते हैं.

FOMC मीटिंग जनता के लिए बंद होती हैं लेकिन इन्हें रिकॉर्ड किया जाता है. प्रत्येक बैठक का विवरण नीति निर्णय की तारीख के तीन सप्ताह बाद जारी किया जाता है.

भारतीय बाज़ारों पर फेड मीटिंग का असर

फेडरल रिजर्व की बैठक का भारतीय शेयर बाजार पर काफी असर पड़ सकता है. फेड द्वारा लिए गए निर्णय, विशेष रूप से ब्याज दरों के संबंध में वैश्विक निवेशक भावना और पूंजी प्रवाह को प्रभावित करते हैं.

फैड मीटिंग में ब्याज दर पर किसी बड़े निर्णय का असर भारतीय बाजारों पर हो सकता है. हाई वैल्यूएशन पर चल रहे बाज़ारों के लिए फेड रेट कट एक ट्रिगर हो सकता है, जो बाज़ारों को और ऊंचाई पर पहुंचा दे.

भारतीय बाजार धीरे-धीरे ही सही लेकिन अपना आकर ले रहे हैं, लेकिन फेड के किसी भी निर्णय से ये बाज़ार अछूते नहीं हैं. हालांकि लंबे समय में भारतीय बाजार को लेकर निवेशक उत्साहित नज़र आते हैं, लेकिन फेड मीट के निर्णयों पर भारतीय बाज़ारों की पैनी नज़र है. रेट कट की आस में भारतीय बाज़ार ऊंचे लेवल पर फेड के निर्णय का इंतज़ार कर रहे हैं

Credit:-ET Hindi

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