एक अच्छे स्टूडेंट को अपनी जीवन मे क्या नहीं करना चाहिए ?
चूंकि आप एक अच्छे विद्यार्थी हो तो इसका आशय है कि आप वो सब तो करते ही होंगे जो एक अच्छे विद्यार्थी को करना चाहिए इसलिए यहां मैं सिर्फ वही बातें बता रहा हूँ जो कि आपको नहीं करनी चाहिए।
विद्यालय की पुस्तकों के अलावा जीवन के व्यवहारिक ज्ञान को भी सीखते रहें वरना विद्यालय में 99% लाने वाले भी जीवन की परीक्षा में फेल होते देखे गए हैं और कई 10वीं फेल व्यक्ति व्यवहारिक ज्ञान के बलबूते शिखर पर भी बैठे हैं।
- नींद में लापरवाही न करें:- अक्सर देखा जाता है कि कुछ विद्यार्थी पढ़ाई के दबाव में अपनी नींद का ख्याल नहीं रखते।आपको यह समझना चाहिए कि आपने जो भी पढ़ा है वो आपके मष्तिष्क में अच्छे से तभी स्टोर ही पायेगा,जब आप नींद पूरी लेते होंगे। 6 घण्टे से कम नींद हानिकारक हो सकती है आपके लिए।
- खेलकूद से दूर न भागें:- खेल और शारीरिक गतिविधियों से एकदम परहेज न करें। पढ़ाई के अलावा खेलना भी आवश्यक है और अच्छे से पढ़ने में मददगार भी।
- स्वास्थ्य एवं खानपान का ध्यान रखें:- कई अच्छे विद्यार्थी पढ़ने में तो बहुत अच्छे होते हैं लेकिन स्वास्थ्य के प्रति काफी लापरवाह होते हैं। याद रखें बिना स्वास्थ्य के आपकी इतनी पढ़ाई किसी काम की नहीं रहेगी और स्वस्थ रहने के लिए खानपान का ध्यान तो रखना ही होगा, क्या होगा यदि परीक्षा के समय आपकी तबीयत खराब हो गई तो? सारी मेहनत बेकार हो जाएगी न? तो पालक,करेले अच्छे से खाओ,स्वस्थ रहो ताकि अच्छे से पढ़ाई करते रह सको।
- किसी एक विषय के मास्टर बनें:- हर विषय को पर्याप्त समय दें और सबकी अच्छे से तैयारी करें लेकिन कम से कम एक सब्जेक्ट में (जिसमें भी आपको मजा आता हो) महारथ हासिल करने का प्रयास करें,यकीन कीजिये ये भविष्य में काफी मददगार साबित हो सकता है।
- ये दिन न मिलेंगे दोबारा:- पढ़ाई को गंभीरता से लीजिए लेकिन इतना ज्यादा भी नहीं कि जिंदगी को ही भूल जाएं। थोड़ी बहुत मस्ती,दोस्ती-यारी और शौक को समय देने में कोई बुराई नहीं है बशर्ते आप अपनी पढ़ाई भी ईमानदारी से कर रहे हों।
एक आदर्श विद्यार्थी को सर्वदा अनुशासन में रहना चाहिए ।आदर्श विद्यार्थी को हमेशा अपने कर्तव्य को समझना होगा और उसे किसी भी कुसंगति में नही रहना चाहिए । उसे नारी का सम्मान करना चाहिए पर स्त्री के ऊपर गलत तरीके से नजर नहीं रखनी चाहिए ।उसे अपने परिवार और स्वयं के भविष्य को उज्ज्वल करने की हर संभव प्रयास करना चाहिए ।अपने माता पिता और गुरु का सम्मान व आदर करना चाहिए ।यह गुण उसमे विद्यमान होने चाहिए।
एक स्टूडेंट को जीवन में सफल होने के लिए निमंलिखित कार्य करने बहुत जरुरी है
- जिंदगी का लक्ष्य क्या है यानी की पढाई समाप्त करने के बाद क्या करने का इरादा है यह पहले से मन में सोच ले
- जरुरी नहीं है की जो आप जो बनने की सोचते है वो पूरा हो जाए इसके लिए पहले से ही 2/3 विकल्प सोच कर रखे जिससे की एक विकल्प ख़तम हो जाने के बाद दुसरे विकल्प पर कार्य हो सके. . नहीं तो एन वख्त पर आप सोचते ही रह जायेंगे की अब क्या करे
- हमेशा वो ही फैकल्टी पर ज्यादा ध्यान दे जो की आपकी जिंदगी में काम आएगी . यानी की प्रोफेशनल कोर्स . कई सारे कोर्स में से आपको पसंद हो उनकी प्रायोरिटी के हिसाब से लिस्ट बनाये
- लेकिन अगर आपकी रूचि टीचिंग में हे तो आप उसके हिसाब से कोर्स सेलेक्ट करे और अपने आप को तैयार करके रखे की इसमें आपको कई वर्ष लग जायेंगे क्योंकि पहले ग्रेजुएशन , फिर पोस्ट ग्रेजुएशन, फिर पीएचडी या फिर बिच में कुछ कम्पटीशन्स में भाग लेना होगा
कहने का मतलब यह है की आप हमेशा स्टूडेंट लाइफ में आगे के लिए 2/3 विकल्प रखे और उन पर ही अपना ध्यान केन्द्रित करे . ऐसा न हो की किसी के कहने पर ही आप बार बार अपने प्राथमिकता बदलते रहे और कहीं के ना रहे . इसीलिए आप जो भी कोर्स लेना चाहते है उसके बारे में खूब सोच विचार कर लेना चाहिए और वो कोर्स आपकी पारिवारिक / आर्थिक / आपकी अपनी पढाई की छमता से मेल खाना चाहिए
अगर आप इन सब परिस्तिथियों से ऊपर उठ कर आगे के बारे में सोचते है तो आपको कडा परिश्रम पक्का इरादा और आत्म विशवास , त्याग और जुझारू परवर्ती होनी चाहिए तभी आप मन पसंद कार्य में सफल हो पायेंगे और वो ही आपकी जिंदगी में सफलता का आधार बनेगा और आप कभी भी पीछे मुड कर नहीं देखेंगे
एक अच्छे विद्यार्थी के लिए आवश्यक है कि वह संयमित जीवन व्यतीत करे और एकाग्रचित्त होकर अध्ययन करे ।
उसे निम्न से बचना चाहिये-
• अच्छे विद्यार्थी को कभी भी असफलता से निराश नहीं होना चाहिये।
• उसे कभी भी नियमित अध्ययन में व्यवधान नहीं आने देना चाहिये।
• उसे कभी भी आलस्य और निराशा को अपने ऊपर हावी नहीं होने देना चाहिये।
• उसे कभी भी अपने ज्ञान या उपलब्धियों पर घमंड नहीं करना चाहिये।
• जो पढ़ाई में पीछे रह गए हैं , उन्हें हेय दृष्टि से नहीं देखना चाहिये।
• उसमें जीवन में नया सीखने का उत्साह कभी भी कम नहीं होना चाहिये।
• अच्छे विद्यार्थी को कभी भी नक़ल नहीं करनी चाहिये।
• अच्छे विद्यार्थी को अत्यधिक पार्टी करने या खेलकूद में लिप्त होने से बचना चाहिये।
• उसे टीवी, फ़ेसबुक , ट्विटर , इन्स्टग्रैम आदि में समय बर्बाद नहीं करना चाहिये।
• उसे इंटरनेट के दुरुपयोग से बचना चाहिये।
• उसे अनावश्यक मित्रता से बचना चाहिये।
• उसे अपने स्वास्थ्य की अनदेखी नहीं करनी चाहिये।
• उसे अपने माता-पिता और गुरुजनों का कभी अनादर नहीं करना चाहिये।
एक विद्यार्थी को जीवन मे सफल होने के लिए शिक्षा के साथ लगभग वह सभी चीज़े करनी चाहिए जिसमें उसका लगाव है। यह चीज़े कुछ भी हो सकती (study, singing, sports, writing, interacting with people, learning new language) बस ध्यान रखिये यह आदतें वही हो जो आपको कुसंगति की तरफ अग्रसर ना करे।
पहले तो आपको यह परिभाषित करना होगा कि आपके लिए सफलता क्या है, क्यों कि जो आपके लिए सफलता हो वह दूसरे के लिए केवल एक अस्थायी खुशी हो सकती है। उदाहरण के तौर पर देखे तो कोई जीवन मे संगीत के क्षेत्र में सफल है तो कोई खेल कूद (स्पोर्ट्स) में सफल है, कोई अदाकारी में सफल है , तो कोई प्राइवेट जॉब्स में सफल है और कई लोग तो अपना बिज़नेस /स्टार्टअप कर के सफल है।
जीवन मे किसी भी क्षेत्र की सफलता उसके परिणाम पर निर्भर करता है। “यह मैंने अपने आसपास के वातावरण में महसूस किया है, कि जब तक आप ने परिणाम दे कर सिद्ध नही किया यह दुनिया आपको सफल नही मानती।”
सफलता एक रात की कोशिश नही कि आपको तुरंत मिल जाएगी हैं लेकिन एक क्षण में आपको सफल जरूर घोषित कर सकती है।
सफलता के लिए प्रयत्न, निष्ठा और समर्पण बहुत जरूरी है फिर चाहे हम उसमे कितनी बार भी जीते या कितनी बार भी हारे। जीवन मे अगर कुछ हार मिल भी गयी तो निराश नही होना है, क्यों कि जो हर मिली थी हमे वो तो पीछे रह जायेगी लेकिन हमें कोशिश ये करनी है कि वो हर हमे पीछे न धकेले। हमारा लक्ष्य केवल प्रयास करते हुए उन विफलताओं को सीख लेते हुए आगे बढ़ना है।
बहुत से विद्यार्थियों को यह भी समस्या आती है कि वो एक ही चीज़ पर ध्यान ही नही नियत्रित कर पाते है, उसके लिए ध्यान(meditation) या योग जरूरी है। आपको अपने जीवन मे पढ़ाई के साथ और भी चीज़ों को महत्व देना है जैसे कि खेल कूद और अपने रुचि के अनुसार नई चीज़ों को करते रहना चाहिए।
जीवन मे जितनी पढ़ाई जरूरी है सफल होने के लिए उतनी ही अन्य चीज़े भी जरूरी है ताकि आपका सम्पूर्ण विकास (overall development) हो सके। हर चीज़ का आनंद और अनुभव ले क्यों कि जीवन के यही खट्टे मिठे अनुभव आपको सफल बनाएंगे।
जीवन में जो भी करे पूरी निष्ठा से करे। लेकिन जीवन को सफल होने के चक्कर मे इतना कठिन भी न बना ले की छोटी छोटी बाते भी आपको परेशनियों में डाल दे।
Life is a process in which your experiences and decisions will let you achieve the SUCCESS”. – SJ
Enjoy the process, friend !!
जीवन के हर पाठ को कठिन तरीके से नहीं सीखा जाना चाहिए, यही कारण है कि आपको कई चीजों के लिए कभी नहीं कहना चाहिए।
बाद में इन बातों को जल्द से जल्द जानना बेहतर होगा।
- लोगों की चर्चा न करें। इसके बजाय विचारों पर चर्चा करें।
- ईर्ष्या मत करो। सबसे पहले, यह बेहद मतलबी है। दूसरे, यह आपको दुखी दिखता है। तीसरे, इस भावना ने कभी किसी को अधिक खुश, भाग्यशाली या अधिक सफल नहीं बनाया।
- दूसरों के साथ खुद की तुलना न करें। अपना खुद का जीवन जिएं और सुनिश्चित करें कि यह सही दिशा में आसानी से चले।
- ओवरवर्क न करें। मेहनत का उत्पादकता से कोई लेना-देना नहीं है। ज्यादा मेहनत करने की बजाय ज्यादा मेहनत करें।
- अशिष्ट मत हों। अशिष्टता कभी भी आपकी शक्ति नहीं दिखाती है, बल्कि आपको हास्यास्पद और मूर्खतापूर्ण लगती है। अपनी राजनीति से लोगों को प्रभावित करें और उन्हें इसके लिए आपका सम्मान करने दें।
- प्रभावहीन मत बनो। हर बार जब आप किसी बात से असहमत होते हैं तो जल्दबाजी में निष्कर्ष या निर्णय नहीं लेते हैं। इसे एक मौका दें और इसे कुछ समय के लिए अपने दिमाग में बसने दें। जल्द ही आप देख सकते हैं कि उस मुद्दे के बारे में आपकी राय कैसे बदल गई है।
- खुद पर ज्यादा संदेह न करें। सच को गले लगाओ। आप जितना विश्वास करते हैं, उससे कहीं ज्यादा होशियार और आप मजबूत हैं। जाओ और इसे ले लो!
- एक्ट से डरें नहीं। डर एक कारण है जो लोगों को पंगु बनाता है और उन्हें कार्रवाई करने से रोकता है। अपने डर पर काबू पाएं और आत्मविश्वास से काम करना शुरू करें।
- सामाजिक नेटवर्क पर सर्फिंग के घंटे खर्च न करें। सोशल नेटवर्क संचार, दिलचस्प कहानियों और मजेदार चित्रों का एक बड़ा स्रोत है। लेकिन सुनिश्चित करें कि आप सुबह से शाम तक समय नहीं मार रहे हैं।
- डिटेल्स कम न करें। बड़ी तस्वीर पर ध्यान केंद्रित करते समय, छोटे विवरणों के बारे में मत भूलना। वे वास्तव में बात करते हैं।
- आई कॉन्टैक्ट लूज़ न करें। संवाद करते हुए किसी अन्य व्यक्ति को अपनी आंखों में देखने की आदत विकसित करें। यह आपके साथी को सुनिश्चित करेगा कि आप ध्यान से सुन रहे हैं और आप पूरी तरह से शामिल हैं।
- अपनी नींद का त्याग न करें। समय पर बिस्तर पर जाएं और एक अच्छा रात का आराम करें। अच्छी नींद आपकी रचनात्मकता और दीर्घकालिक उत्पादकता के लिए महत्वपूर्ण है।
- विचारों को मत खोना। हमेशा अपने साथ एक नोटपैड रखें। हर बार जब आपके पास एक विचार आता है जो आपके दिमाग में आता है, तो इसे लिखने या इसे स्केच करने के लिए एक मिनट का समय लें। ऐसा न मानें कि आप इसे बाद में याद करेंगे। वे आमतौर पर गायब हो जाते हैं।
- निराशावादी लोगों के साथ बाहर मत लटकाओ। इस खूबसूरत दुनिया में पहले से ही कई बुरी और बदसूरत चीजें हैं जो हर एक बार आपको परेशान करती हैं।
- जानबूझकर समय न गंवाएं। हर मुफ्त मिनट आप लाभ के साथ बिताओ। एक किताब पढ़ी। पॉडकास्ट सुनो। सोच। ख्वाब। अधिनियम।
- नियमित रूप से व्यायाम करना न भूलें। अच्छा, थका देने वाला, तीव्र वर्कआउट। यह वही है जो आपको एक अच्छी आकृति में रहने देता है, दैनिक दिनचर्या से अलग है और खुद को समय समर्पित करें।
- कुछ भी स्थगित न करें। खासतौर पर वो चीजें जो मायने रखती हैं। जितनी जल्दी आप अपने सपनों की ओर बढ़ने लगेंगे उतनी ही जल्दी आप इस यात्रा के परिणामों का आनंद लेंगे।
- पढ़ाई बंद न करें। ज्ञान महत्वपूर्ण है। यदि आप पीछे नहीं रहना चाहते हैं, तो आपको अपने ज्ञान में लगातार सुधार करने और नए कौशल प्राप्त करने की आवश्यकता है।
- मुस्कुराना बंद मत करो। पूरी ईमानदारी से करो। अपनी मुस्कराहट से संसार को बदल दीजिये।
- बहुत यथार्थवादी मत बनो। चमत्कार के लिए कुछ जगह छोड़ दें। असंभव पर विश्वास करें और अजीब विचारों को मौका दें।
- लोगों को हल्के में मत लो। आपके जीवन में हर एक व्यक्ति सराहना के लायक है।
- रिग्रेट के लिए कोई कारण नहीं छोड़ें। भविष्य में छूटे अवसरों के बारे में अफसोस न करने के लिए अब कार्रवाई करें।
- बदलाव से बचें। परिवर्तनों में आमतौर पर नए अवसर, वृद्धि और विकास शामिल होते हैं। उनका स्वागत करें और परिवर्तनों को अपने जीवन को अधिक रोचक और विविधतापूर्ण बनाएं।
- अपने सपनों का पीछा करते हुए मत छोड़ो। अपने सपनों के लिए प्रतिबद्ध हैं और उन्हें साकार करें।
- अपने दुश्मनों के सामने गुस्सा या हताश न हों। यही वे प्यार करते हैं। इसके बजाय, मुस्कुराओ।
- किसी के बारे में या किसी भी चीज़ के बारे में गपशप न करें, भले ही आप इसके बारे में बहुत कुछ जानते हों। लोग हमेशा आपको देख रहे हैं। यदि आप दूसरों पर टिप्पणी करते रहेंगे तो वे आपके लिए सम्मान भी खो देंगे।
- अपने माता-पिता को मत छोड़ो। उनकी देखभाल करना आपका कर्तव्य है। क्योंकि उन्होंने आपको इस दुनिया से परिचित कराया है।
- किसी के साथ भी गुप्त संबंध में न रहें। यह निजी होना चाहिए लेकिन कभी गुप्त नहीं होना चाहिए। अन्यथा परिणाम आपका इंतजार कर रहे हैं।
- अपने माता-पिता और सबसे अच्छे दोस्तों से कुछ भी न छिपाएं। ये एकमात्र ऐसे लोग हैं जो आपको किसी भी बुरी स्थिति से बाहर निकालेंगे।
- उदास महसूस करने पर ड्रग्स न लें या शराब या धूम्रपान न करें। ये क्रियाएं आपकी कभी मदद नहीं करेंगी, बल्कि यह आपको अंधेरे में धकेल देंगी।
- यदि उन्होंने आपको चेतावनी नहीं दी है तो अपने पूर्व को कोई कॉल न करें। आपके पास अपना स्वाभिमान है और याद रखें कि उन्होंने आपको छोड़ दिया है या आपने उन्हें एक कारण के लिए छोड़ दिया है। उसे याद रखो।
- जब तक आप नहीं पूछेंगे लोगों को मुफ्त सलाह नहीं देंगे। वे इसे गंभीरता से नहीं लेंगे, जब पूछा जाएगा तब बोलें।
- किसी के बारे में या किसी भी चीज़ के बारे में गपशप न करें, भले ही आप इसके बारे में बहुत कुछ जानते हों। लोग हमेशा आपको देख रहे हैं। यदि आप दूसरों पर टिप्पणी करते रहेंगे तो वे आपके लिए सम्मान भी खो देंगे।
- किसी के साथ अपने अतीत पर चर्चा न करें। आगे बढ़ो।
- अगर आपको इससे कोई मतलब नहीं है, तो किसी से भी “मैं आपसे प्यार करता हूँ” मत कहो। ये 3 शब्द किसी के लिए पूरी दुनिया हो सकते हैं। नहीं यदि आप इसका मतलब नहीं है तो नकली।
- सोशल मीडिया पर अपनी निजी तस्वीरें अपलोड न करें। कुख्यात लोग इसका इंतजार कर रहे हैं।
- लोगों को उनके कपड़े, त्वचा या पैसे से न देखें। यह दुनिया हर एक सेकंड के साथ बदल रही है, आप कभी नहीं जानते कि कौन कहां पहुंचेगा। कुछ भी स्थायी नहीं है।
- छोटी दूरी के लिए वाहनों का उपयोग न करें। हमारी धरती मां को बचाओ।
- अपनी कमजोरियों के बारे में न सोचें। सोचें कि उस पर मजबूत कैसे होना चाहिए।
- पैसे की भीख मत मांगो। आप हमेशा अपनी कमाई करने में सक्षम हैं। भीख नहीं बल्कि खुद का ख्याल रखकर खुद का सम्मान करें।
“शब्दों का मतलब कुछ भी नहीं है, जब आपके कार्यों में विरोधाभास हो।”