उत्तराखंड, जिसे ‘देवभूमि’ के नाम से जाना जाता है, अपनी प्राकृतिक सुंदरता, धार्मिक स्थलों और समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर के लिए प्रसिद्ध है। लेकिन इस राज्य की असली पहचान यहां के लोग और उनकी अनूठी जीवनशैली है। उत्तराखंड के लोग न केवल प्रकृति से गहराई से जुड़े हुए हैं, बल्कि उनकी संस्कृति में एक अद्वितीय आकर्षण भी है।
उत्तराखंड के लोगों की प्रमुख जातीय विविधता
उत्तराखंड में मुख्य रूप से दो जातीय समूह पाए जाते हैं:
कुमाऊंनी: उत्तराखंड के कुमाऊं क्षेत्र (अल्मोड़ा, नैनीताल, पिथौरागढ़ आदि) के निवासी कुमाऊंनी कहलाते हैं। ये लोग अपनी सरलता और मेहनत के लिए जाने जाते हैं।
उत्तराखण्ड की संस्कृति व जीवनशैली Uttarakhand Culture & Uttarakhand Tradition यहाँ के लोग प्रत्येक उत्सव व कृषि काल को बहुत उत्साह से बनाते है, जो यहाँ के लोगो को अन्य
सूख गए उत्तराखंड के नेचुरल वाटर सोर्स उत्तराखंड में 12000 से अधिक ग्लेशियर और 8 नदियां निकलती हैं. बावजूद इसके उत्तराखंड में मौजूदा समय में 461 जल स्रोत ऐसे हैं,
होटल इंडस्ट्री में उत्तराखंडियों का राज, सर्वे में पहले नंबर पर पहुंचे पहाड़ के लोग आप जब भी होटेल या रेस्तरां में लंच-डिनर पर जाते हैं तो गौर किया होगा